पंजीकरण सं. जिला/ईस्ट/सोसायटी/312

राजभाषा कार्यान्वयन एवं प्रशिक्षण मिशन (राकामि)

Rajbhasha Karyanvayan Evam Prashikshan Mission (RAKAMI)

राजभाषा हिंदी के प्रशिक्षण एवं प्रचार-प्रसार हेतु समर्पित एक गैर-सरकारी संगठन
सम्मेलनों का विवरण
अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन
राजघाट, 27 अगस्त, 2012
  अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन
पोर्टब्लयेर, अंडमान, फरवरी, 2013
  अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन
माउंटआबू,राजस्थान 22-24, अगस्त 2013
   

राजभाषा कार्यान्वयन एवं प्रशिक्षण मिशन (राकामि) का अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पुण्य स्थल - गांधी दर्शन, राजघाट में दिनांक 27 अगस्त, 2012 को डॉ. निर्मल खत्री, उपाध्यक्ष संसदीय राजभाषा समिति की अध्यक्षता में आयोजित किया गया, जिसमें केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों के अधिकारियों के अलावा देश के कोने-कोने से अनेकों प्रतिनिधियों ने भाग लिया। 
उद्घाटन सत्र में राकामि के अध्यक्ष श्री पवन जैन ने संगठन की गतिविधियों एवं उद्देश्यों की संक्षिप्त जानकारी देते हुए सभी उपस्थित प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया। इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से जाने-माने वैज्ञानिक एवं पीएम के सलाहकार डा. सैम पित्रोदा ने अमेरिका से ही समारोह को संबोधित किया। अचानक अस्वस्थता के कारण महाराज डा. करण सिंह जी इस अवसर पर उपस्थित नहीं हो सके थे लेकिन उन्होंने अपने प्रतिनिधि के माध्यम से राजभाषा प्रेमियों के बीच अपनी भावनाएं एवं संदेश समारोह में प्रेषित कर हमारे मनोबल को बढ़ाया। डा. निर्मल खत्री, उपाध्यक्ष, संसदीय राजभाषा समिति ने इस अवसर पर कहा कि यह बड़े ही गर्व की बात है कि राकामि जो सरकारी मंत्रालयों, विभागों आदि में पिछले 20 वर्षों से अनुवाद की सेवाएं दे रहा है, अब उसने राजभाषा के कार्यान्वयन का बीड़ा भी उठाया है, इससे सरकारी कार्यालयों, बैंकों, सार्वजनिक उपक्रमों आदि के अधिकारियों को प्रख्यात विद्वानों द्वारा दिए जाने वाले प्रशिक्षण के माध्यम से नई दिशा मिलेगी। वे उसे धैर्य एवं साहस के साथ पूरा करते हुए देश की एकता एवं अखंडता तथा भारत सरकार की राजभाषा नीति के प्रचार-प्रसार में अपना सहयोग देंगे। 

 

राजभाषा कार्यान्वयन एवं प्रशिक्षण मिशन (राकामि) का अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन पोर्ट ब्लेयर, अंडमान में 14-16 फरवरी, 2013 को आयोजित किया गया, जिसमें केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों के अधिकारियों के अलावा देश के कोने-कोने से अनेकों प्रतिनिधियों ने भाग लिया। 
समारोह का आरंभ द्वीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वंदना से हुआ। उद्घाटन सत्र में राकामि के अध्यक्ष श्री पवन जैन ने संगठन की गतिविधियों एवं उद्देश्यों की संक्षिप्त जानकारी देते हुए सभी उपस्थित प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया। 
इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से जाने-माने वैज्ञानिक एवं पीएम के सलाहकार डा. सैम पित्रोदा संदेश पढ़ा गया। जिसमें उन्होंने कहा कि मेरा विश्वास है कि राकामि ने जो बीड़ा उठाया है, वह उसे पूरा करते हुए राजभाषा नीति के प्रचार-प्रसार में अपना सहयोग देगा।
इसके बाद महाराज डा. करण सिंह जी ने अपने पत्र के माध्यम से अपनी भावनाएं एवं संदेश प्रेषित किया। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि राकामि पर मेरा आशीर्वाद सदैव बना रहेगा। 
इसके बाद केंद्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पोर्ट ब्लेयर के निदेशक डा. सैम दाम रॉय द्वारा गणमान्य व्यक्तियों का सम्मान करते हुए सम्मेलन में उपस्थित प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। अंत में राकामि के अध्यक्ष श्री पवन जैन ने समस्त महानुभावों का धन्यवाद करते हुए भविष्य में भी सभी के सक्रिय सहयोग की कामना की।

 

राजभाषा कार्यन्वयन एंव प्रशिक्षण मिशन द्वारा 22 से 24 अगस्त, 2013 तक होटल हिल्टॉन माउन्ट आबू, (राजस्थान) में अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राकामि के अध्यक्ष श्री पवन कुमार जैन ने राकामि का परिचय देते हुए कहा कि अब इस मिशन ने अनुवाद की भांति राजभाषा कार्यन्वयन में भी अग्रणी भूमिका निभाने का संकल्य किया है।
संयुक्त निदेशक(राजभाषा) श्री वी.पी. गौड़ ने कहा कि देश को समग्र रूप से एकीकृत रखने के लिए राजभाषा हिन्दी के प्रयोग एवं प्रसार को निरन्तर बढ़ाते रहना अति आवश्यक है।
श्री इन्द्रजीत धियाना, अध्यक्ष, आबू रोड़ नराकास ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि हमें राकामि द्वारा तैयार हिन्दी प्रशिक्षणों का पूरा लाभ उठाना चाहिए।
मुख्य अतिथि श्री बी.एस. चौहान, महानिरीक्षक, सीआरपीएफ ने इस अवसर पर कहा कि आज हमें आजादी के 66 वर्ष बीत जाने के पश्चात भी राजभाषा सम्मेलन एवं कार्यशालाओं का आयोजन करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि भारत जैसे बहुभाषी एवं सांस्कृतिक विविधताओं से परिपूर्ण देश में हिन्दी ही ऐसी भाषा है जो सम्पूर्ण राष्ट्र में सम्प्रेषण का माध्यम है।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि श्री जांबोलकर, उप-महानिरीक्षक, सीआरपीएफ द्वारा सभी सफल प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। तत्पश्चात अतिथिगण फैकल्टीज का शॉल ओढ़ाकर तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
अन्त में राकामि के अध्यक्ष श्री पवन जैन ने माउंटआबू की पावन भूमि पर राजभाषा सम्मेलन का सफल आयोजन के लिए सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया।